गुरुग्राम शहर को दुबई की तरह चमकाने को GMDA व MCG हुआं सख्त, लोगों की अपील पक्के अवैध कब्जे भी हटें?
सत्य ख़बर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
गुरुग्राम शहर को दुबई शहर की तरफ चमकाने के लिए जीएमडीए व नगर निगम ने कमर कस रखी है, लेकिन इसमें व्यवसाय में आम नागरिकों का यह कहना है की आधिकारिक केवल भेदभाव की नीति अपनाकर छोटे गरीब आदमी को परेशान कर रहे हैं जबकि दबंग बाहुबली रसूखदार राजनीतिक धानाध्याय व्यवसाययों व लोगों के पक्के बने हुए अवैध कब्जे को छेड़ तक भी नहीं रहे हैं। जिसको लेकर उनमें रोष पनप रहा है। हालांकि निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने पत्रकारों से कहा कि जल्द ही उन पर भी कार्रवाई की जाएगी लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी किसी को आज तक नोटिस तक भी जारी नहीं किया है। जिससे दोनों ही विभाग में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों की लापरवाही और मिलीभगत साफ नजर आ रही है।लाभ पर वही फैमिली भगत साफ नजर है। बुधवार को भी अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत जीएमडीए और एमसीजी ने अतिक्रमण हटाने के लिए बाजारों में सार्वजनिक बातचीत के लिए दौरे किए। लोगो को पहले समझायेंगे नहीं, समझे तो सार्वजनिक स्थानों को खाली करवाने के लिए सख्त कार्ययोजना बनाई गई। विभिन्न प्लेटफार्मों पर विभिन्न शिकायतें प्राप्त होने के कारण जीएमडीए और एमसीजी द्वारा डीटीपी आर एस बाथ की अगुवाई में टीम के साथ संयुक्त प्रयास किया गया। एमजी रोड से सरस्वती विहार तक की सड़क और सरस्वती विहार के बाजार का दौरा किया गया। वहीं खांडसा रोड पर बड़ा बाजार से खांडसा रोड के अंत तक का विस्तार किया गया। बादशाहपुर चौक से सेक्टर 67 चौक तक सोहना रोड पर तोड़फोड़ की गई। दौरे के दौरान जीएमडीए के एटीपी और जेई की टीम और एमसीजी के एसडीओ और जेई ने पिछले 2 दिनों में प्रत्येक स्थानों पर कई घंटे तक अतिक्रमण रेडी पतले लगाने वाला क्षेत्र का दौरा कर पाया कि सरस्वती विहार में बाजार और गलियारे की जगह पूरी तरह से अतिक्रमण की शिकार है और कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने अतिक्रमण किया हुआ था। अन्य पार्किंग को प्रतिबंधित करने के लिए दुकानों के विस्तारित क्षेत्र और यहां तक कि सड़क पर कुछ आवासीय संपत्तियां भी रेस्तरां और खाने पाने के रूप में व्यावसायिक तौर पर सरकारी संपत्ति का उपयोग कर रहे हैं और आगे पूरी गलियों को अवैध रेहड़ी द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। खांडसा रोड पर सार्वजनिक स्थानों पर दुकानदारों द्वारा भारी अतिक्रमण किया गया है और आगे रेहड़ी की दो लेन स्थिति को और भी बदतर बना रखा है, दौरे के दौरान पाया गया कि दुकानदार सुबह और शाम के लिए रेहड़ी वालों से अलग-अलग पैसे लेते हैं और कुछ रेहड़ी वालों को बिजली कनेक्शन भी देते हैं। इसके अलावा अवैध मछली बाजार और मीट की दुकानें भी चल रही थीं और कुछ लाइसेंसधारी भी सड़क के विस्तारित हिस्से में चल रहे थे, जिससे स्थिति और खराब हो गई। जनता और दुकानदारों ने खांडसा मंडी का भी बड़ा मुद्दा उठाया, जहां सड़क पर कई प्रवेश बिंदु सुबह जाम की वजह बनते हैं और सुबह और शाम को स्कूली बसों को भी उक्त सड़क पर चलने में घंटों लग जाते हैं। डीटीपी आरएस बाथ ने कहा कि मंडी के प्रवेश और निकास बिंदुओं के लिए सक्षम प्राधिकारी के समक्ष मामला उठाया जाएगा। जीएमडीए की टीम ने हाल ही में सोहना रोड पर चौक पर कार्रवाई की, जहां मुख्य सड़क सेक्टर 67 जीजीएन की ओर जाती है। यहां रेहड़ी, खोखे और बंजारा ने भारी अतिक्रमण कर रखा था। टीम ने पूरे अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया और चौक को अतिक्रमण से मुक्त कराया। सार्वजनिक स्थान पर विस्तारित हिस्से को ध्वस्त कर दिया गया और दुकानदारों को यातायात के सुचारू प्रवाह में मदद करने के निर्देश भी दिए गए। कोट जीएमडीए की टीम और पुलिस के समन्वय से अतिक्रमण हटाने के लिए विभाग और एमसीजी पूरी तरह से तैयार हैं
श्री बाथ ने बताया कि सरकार पहले व्यक्तिगत दौरे कर लोगों से बातचीत की जाएगी हैं, ताकि लोगों को सरकारी जमीन और सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण हटाने के लिए जागरूक किया जा सके और मुनादी भी कराई जा रही है, अगर अतिक्रमणकारियों फिर भी नहीं माने तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। और अतिक्रमण इटावा अभियान ऐसे ही जारी रहेगा वहीं पक्के अवैध कब्जो पर भी सरकार द्वारा जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान दिन रात जौरौ से शहर में हर तरफ चल रहा है। अब यह देखने वाली बात होगी कि इसका कितना असर शहर में हो पता है या कुछ दिन बाद अधिकारी मौन बैठ जाते हैं। यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।